CG NEWS: छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व वाला पुरखौती मुक्तांगन आज बदहाली की मार झेल रहा है। यह स्थल, जिसे राज्य की समृद्ध विरासत और लोककला को संरक्षित करने के उद्देश्य से बनाया गया था, अब देखरेख के अभाव में उपेक्षा का शिकार हो गया है।
कभी पर्यटकों और शोधकर्ताओं के आकर्षण का केंद्र रहा यह स्थल अब टूट-फूट, गंदगी और अव्यवस्था की चपेट में है। मूर्तियां खंडित हो रही हैं, दीवारों पर जमी धूल और काई इसकी दुर्दशा को बयान कर रही हैं। रखरखाव के अभाव में यहां की झीलें और बगीचे वीरान हो चुके हैं।
स्थानीय लोगों और इतिहासप्रेमियों का कहना है कि सरकार को इस सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि पुरखौती मुक्तांगन की पहचान और गौरव को बचाया जा सके। यदि जल्द ही कोई प्रभावी योजना लागू नहीं की गई, तो यह ऐतिहासिक स्थल पूरी तरह से अपनी महिमा खो सकता है।