CG NEWS: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। सुरक्षाबलों को लगातार बड़ी सफलताएँ मिल रही हैं। हाल ही में सुकमा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए। वहीं, बस्तर रेंज में पिछले 60 दिनों के दौरान अब तक 67 हार्डकोर नक्सली मारे जा चुके हैं।
राज्य में नक्सल उन्मूलन के लिए सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियानों में तेजी लाई गई है। इसके तहत पुलिस और सुरक्षाबल लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में घेराबंदी कर कार्रवाई कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, इन अभियानों का असर अब साफ दिखाई देने लगा है और नक्सली संगठन लगातार कमजोर हो रहे हैं।
सरकार और सुरक्षाबल इसे नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक बड़ी सफलता मान रहे हैं। इन अभियानों के चलते कई नक्सली आत्मसमर्पण करने को भी मजबूर हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की उल्लेखनीय सफलता की सराहना करते हुए उनके साहस, निष्ठा और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में डबल इंजन सरकार बनी है, नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को नई गति और दिशा मिली है। अब यह लड़ाई अपने निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है।
गौरतलब है कि पिछले 13 महीनों में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है, जिसके तहत 300 से अधिक नक्सली मारे गए, 985 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और 1,177 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं।
2026 तक नक्सलवाद का संपूर्ण खात्मा
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में यह संकल्प लिया गया है कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षाबलों की संयुक्त रणनीति से नक्सलवाद पर निर्णायक प्रहार किया जा रहा है और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक नक्सलवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार शांति, सुरक्षा और विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रही है और यह सफलता इसी दृढ़ संकल्प और प्रभावी रणनीति का परिणाम है।