CG NEWS: कलेक्टर एवं जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के अध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में जिले में संचालित एकल एवं समूह नल जल योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजनाओं के कार्यों में तेजी लाई जाए और गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए। उन्होंने ठेकेदारों को समयबद्ध तरीके से पानी टंकी, नल कनेक्शन और विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को जल्द से जल्द योजना का लाभ मिल सके।
इसके अलावा, कलेक्टर ने अधिकारियों को योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग करने और किसी भी तरह की लापरवाही पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है, इसलिए इस योजना के कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, ऊर्जा विभाग और क्रेडा के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ठेकेदारों को अधूरे कार्यों को शीघ्र शुरू कराकर निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का आदेश दिया। बैठक में कलेक्टर ने उन गांवों और बसाहटों की विस्तार से समीक्षा की, जहां 80 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने शेष कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि यह राज्य और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या कोताही स्वीकार नहीं की जाएगी। जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देते हुए तेजी से निर्माण कार्य पूरे किए जाएं। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत हर घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी पर जोर दिया और मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए।
धीमी प्रगति पर नाराजगी
बैठक के दौरान देवभोग और छुरा विकासखंड में कार्य की धीमी प्रगति को देखते हुए कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई और संबंधित सब-इंजीनियरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही, पूर्ण हो चुकी नल-जल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया तेज करने के आदेश दिए।
ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश
कलेक्टर ने सभी उपयंत्रियों को टीम बनाकर अब तक किए गए कार्यों की ग्रामवार भौतिक समीक्षा करने को कहा। अधूरे पानी टंकी निर्माण कार्यों को शीघ्र शुरू करने और लापरवाह ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो ठेकेदार काम बंद कर चुके हैं, उनकी बैठक बुलाकर समझाइश दी जाए और यदि वे सहयोग नहीं करते, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री विप्लव घृतलहरे, एसडीओ और सब-इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।