WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Now

रायपुर: भूपेश बघेल पर आरोप, सूर्यकांत तिवारी ने एसीबी चीफ के दबाव की बात कोर्ट को बताई

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोल लेवी मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के चीफ अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तिवारी का दावा है कि अमरेश मिश्रा ने उसे जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर धमकाया और दबाव डाला कि वह स्वीकार करे कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पैसा दिया गया था। इस गंभीर आरोप के बाद, भूपेश बघेल खुद सेंट्रल जेल पहुंचे और मामले की जानकारी ली।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जेल में हुई एक मुलाकात के बाद दिया गया बयान है। उन्होंने कहा कि वे विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने के लिए जेल गए थे, लेकिन उन्हें सूर्यकांत तिवारी से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। भूपेश बघेल ने रायपुर के आईजी पर आरोप लगाया कि उन्होंने जेल में सूर्यकांत तिवारी को धमकाने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि सूर्यकांत तिवारी को यह धमकी दी गई थी कि यदि वह भूपेश बघेल का नाम नहीं लेता है, तो उसे तबाह कर दिया जाएगा। इसी मुद्दे पर भूपेश बघेल ने कहा कि वह इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय (हाईकोर्ट) और सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखेंगे। इसके साथ ही वे मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर पूरी घटना की जानकारी देंगे।

न्यायालय में वकील के माध्यम से शिकायत

आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने अपने वकील के माध्यम से रायपुर स्थित सक्षम न्यायालय की विशेष न्यायाधीश को एक लिखित शिकायत दी है। इस शिकायत में लिखा गया है कि जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे, तब सूर्यकांत तिवारी ने उन्हें बताया कि 8 सितंबर, रविवार को उन्हें जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। जब तिवारी वहां पहुंचे, तो एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) के प्रमुख अकेले बैठे हुए थे। तिवारी के आने पर एसीबी प्रमुख ने कहा, 14 दिन की रिमांड में तुम हमें मूर्ख बनाते रहे हो। अब यह जान लो कि सौम्या चौरसिया खत्म हो गई है। भूपेश बघेल अब कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला, भले ही अगली बार कांग्रेस की सरकार आ जाए। लेकिन तुम्हें कोई बचाने वाला नहीं है। बेहतर होगा कि तुम यह कह दो कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से भूपेश बघेल को पैसा दिया गया है।

एसीबी चीफ के डर से कारोबारी चुप-सूर्यकांत का खुलासा

कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) के प्रमुख पिछले 3-4 महीनों से नियमित रूप से जेल परिसर में आकर व्यापारियों और अधिकारियों से पूछताछ कर रहे हैं, जिन पर घोटाले के आरोप हैं। तिवारी का कहना है कि इन लोगों से पूछताछ के दौरान अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता है, जिससे इन व्यापारियों और अधिकारियों में एसीबी प्रमुख का खौफ बना हुआ है। इस डर की वजह से वे शिकायत दर्ज करने से हिचकिचा रहे हैं।

तिवारी ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जान का खतरा है। अपने पत्र में उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया है कि एसीबी के अमरेश मिश्रा ने उनसे कहा कि वे सौम्या और भूपेश को सजा दिलाकर ही रहेंगे। मिश्रा ने यह भी कहा कि तुम देख ही रहे हो कि पिछले दो साल से तुम सभी जेल में हो और कोई भी तुम्हें बचा नहीं पाया। तुम्हारे दो भाई भी गिरफ्तार हो चुके हैं और बाकी परिवार वालों का भी वही हाल होगा।

पहले भी लगा चुका है गंभीर आरोप

तक़रीबन ढाई साल पहले सूर्यकांत के ठिकानों पर आयकर विभाग (IT) का छापा पड़ा था। इसके बाद सूर्यकांत ने खुलासा किया था कि उनके ठिकानों पर 30 जून को आयकर की छापेमारी हुई थी। उन्होंने दावा किया था कि कुछ अधिकारियों ने उन पर दबाव डाला कि वह प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची तैयार करें। इसके बाद विपक्षी विधायकों के सहयोग से राज्य की सरकार गिराकर उन्हें प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा।

सूर्यकांत ने यह भी कहा कि आयकर अधिकारियों ने उन्हें छत्तीसगढ़ का ‘एकनाथ शिंदे’ बनाने के लिए हर संभव तरीका अपनाया, जिसमें साम-दाम-दंड-भेद की रणनीति शामिल थी। इसके अलावा, गिरफ्तारी के बाद सूर्यकांत ने अपनी जान को खतरा होने की बात भी कही थी।

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Now