Traffic diversions: ग्रेटर चेन्नई सिटी ट्रैफिक पुलिस (GCTP) रविवार, 22 दिसंबर 2024 से माध्य Kailash जंक्शन के पास राजीव गांधी सलाई पर ट्रैफिक डाइवर्जन लागू करेगी, क्योंकि इस जंक्शन पर ब्रिज निर्माण कार्य जारी है। यह ट्रैफिक डाइवर्जन एक परीक्षण के रूप में लागू किया जाएगा, ताकि निर्माण कार्य में कोई विघ्न न आये और ट्रैफिक की स्थिति नियंत्रित रहे।
नई योजना के अनुसार, अड्यार से गुइंडी की ओर आ रहे वाहनों को राजीव गांधी सलाई, जिसे OMR (ऑल्ड महाबलीपुरम रोड) के नाम से भी जाना जाता है, की ओर मोड़ दिया जाएगा। वाहनों को ओएमआर पर 400 मीटर आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी और फिर उन्हें CPT पॉलिटेक्निक कॉलेज, तरमनी के सामने एक यू-टर्न लेने के लिए कहा जाएगा, ताकि वे CPT जंक्शन की ओर जा सकें और अपनी मंजिल तक पहुँच सकें। इस योजना का उद्देश्य ट्रैफिक जाम को कम करना और निर्माण कार्य के दौरान सुगम यातायात सुनिश्चित करना है।
यह ट्रैफिक डाइवर्जन इस बात का ध्यान रखते हुए डिज़ाइन किया गया है कि यातायात व्यवस्था में कोई अवरोध न हो। सीटीपी (चेन्नई ट्रैफिक पुलिस) ने इस डाइवर्जन के तहत वाहन चालकों से धैर्य रखने की अपील की है और निर्देश दिए हैं कि वे दिए गए मार्ग का पालन करें। ब्रिज निर्माण कार्य के कारण, वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों का पालन करना होगा, ताकि निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चल सके।
इस डाइवर्जन से जुड़ी जानकारी को लेकर चेन्नई ट्रैफिक पुलिस ने सार्वजनिक रूप से कई अभियान चलाए हैं। पुलिस ने यातायात संकेतों, साइनबोर्ड्स और वॉर्निंग सिग्नल्स के जरिए वाहन चालकों को सूचित किया है। इसके अलावा, स्थानीय रेडियो, टीवी चैनलों और सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों को जानकारी दी जा रही है, ताकि वे बेहतर तरीके से इस परिवर्तन को समझ सकें और ट्रैफिक जाम से बच सकें।
इस डाइवर्जन की आवश्यकता तब पड़ी जब माध्य Kailash जंक्शन पर ब्रिज निर्माण कार्य के कारण यातायात में भारी दबाव देखा गया। यह जंक्शन प्रमुख रूप से व्यापारिक और परिवहन गतिविधियों का केंद्र है, जिससे यहाँ हमेशा भारी ट्रैफिक रहता है। इस ब्रिज का निर्माण इसलिए किया जा रहा है ताकि भविष्य में यातायात की समस्याओं को हल किया जा सके और लोगों को सुरक्षित और तेज़ यात्रा का अनुभव मिल सके।
हालाँकि, यह ट्रैफिक डाइवर्जन सिर्फ एक परीक्षण के रूप में लागू किया गया है, लेकिन अगर यह योजना सफल होती है तो भविष्य में इसे स्थायी रूप से लागू किया जा सकता है। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है और आश्वासन दिया है कि इस योजना को लागू करने से संबंधित सभी पहलुओं की समीक्षा की जाएगी।
इस ट्रैफिक डाइवर्जन को लेकर स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में कुछ चिंता भी देखी जा रही है, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह बदलाव उनके रोज़मर्रा के कामकाजी जीवन को प्रभावित कर सकता है। लेकिन, ट्रैफिक पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि यह कदम केवल अस्थायी रूप से लिया गया है और इसका उद्देश्य दीर्घकालिक रूप से यातायात की स्थिति को सुधारना है।
अंततः, चेन्नई ट्रैफिक पुलिस की यह पहल शहर के यातायात सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस डाइवर्जन का पालन करते हुए वाहन चालक अपनी यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बना सकते हैं।